तुमसे है कहना ये है कहना




💕मेरे कारण तुम्हारा दिल दुखे तो बुरा लगता है तुमसे है कहना ये है कहना 💕

💕प्यार करता हूँ..रूठता हूँ ....मान भी जाता हूँ💕

💕उसकी सादगी पर कोई कैसे ना मर मिटे, कम्बखत क़त्ल भी करती है तो सिर्फ मुस्कुरा कर #Shweta💕

💕दिल में बसने वाला सब को मिलता है ,पर,दिल को समझने वाला नसीब वालो को ही देता है खुदा 💕

💕माना वक़्त से हार गए पर इतने भी नहीं बुरे कुछ अपने💕

💕जुबान संभाली नही जाती.रिश्ते संभालने की बात करते हैं 💕

💕नदी के बहाव की सूखी रेत में.सुदूर तक फैले आक की तरह.अभी भी.तुम्हारी याद का हरापन. बचा हुआ मुझ में.💕

💕तुमसे है यही कहना की तुम्हारी जैसी अगर बस हो दो चार बहना तो कुछ भी सम्भव है💕

💕तुम्हारे चेहरे पर मुस्कान मेरे कारन हो तेरा हर दर्द बाँट लु 💕

💕लहजे में जरासी नरम दिली रखिए जनाब... तमिज से तबियत का पता लगता हैं 💕

💕मैं चुप रहता हूँ उसे खटकता नहीं मैं बोलता हूँ उसके कान उत्सुक नहीं रहते मैं आता हूँ उसकी नज़र नहीं उठती  वो शायद वो नहीँ है अब.💕

💕यादों को भी विदा कहने का वक़्त आएगा इच्छा और उदासी जैसे पक्के रंग भी छूट जाएँगे तुम्हारी तरह.💕

💕मंदिर मस्जिद कभी फुर्सत में बना लेना जो नफ़रत मे टूटे है वो घर तो बना लो

तेरे दर्द ने हर दर्द से बेगाना कर दिया  क्यों इतने बेदर्द होते है💕

💕मैने पूछा पालक है क्या बच्चो का जवाब सुनकर मेरा मन भर आया .बोले #पालक  होते तो क्या सब्जी बेचते 💕

💕उनसे दूर जाने का इरादा तो न था सदा-साथ रहने का भी वादा तो न था वो याद आयेगा ये जानते थेहम पर इतना याद आयेगा ये अंदाजा न था💕

💕बिछड़ गया हर साथी बस दो पल कासाथ दे कर.💕

💕सोच कर मैं जिसको हँस लेता हूँ इत्तिफ़ाक था एक मजाक था तेरा मेरा💕

💕मन के टूटे धागे में एक 'गाँठ' लगा ली किसी को नहीं पिरोया तेरे जाने के बाद @अश्मिता सिंह💕

💕वो इतना भी व्यस्त नहीं बस उसकी प्राथमिकता "मैं"नहीं ज़िंदगी ने मिला दिए ऐसे .कुछ अपने 💕

💕इतना कुछ सिखा दिया तूने ज़िंदगी उसके बिना जीने की तरकीब भी बता दे💕

💕अपने गलती या अपनों की गलती किसी के गम का कारण बने तो.बहुत तकलीफ होती है.💕

💕हम तो रो भी नी सकते उसकी याद मे  उसने एक बार कहा था,मेरी जान निकल जायेगी, तेरा ऑसु गिरने से पहले.💕

💕खुश हूँ कि उसने मुकद्दर ऐसा बनाया है.गहरी डुबकी बिना मोती हाथ नहीं आया है💕

💕जो मेरे हाल पर हंसता होगा उसका गम मुझसे कुछ ज्यादा होगा💕

💕कल का आशिक़ वफ़ा तलाश करता था,आज का आशिक जगह तलाश करता है💕

💕काश वो देखती मुझे एक नजर प्यार से सीने से चिपका लेता बांध लेता बांहों के हार से.💕

💕प्यार के दो बसन्ती लम्हें छू गए और सूखा हुआ मन हरा सा हो गया.💕



सुकून की एक भी रात नही शायद ज़िंदगी मे ख्वाहिशों को सुलाओ तो..यादें जाग जाती हैं