दोस्तों की कुछ अजीब सी बाते



हर बात मानी है तेरी सर झुका कर ए जिंदगी,हिसाब बराबर कर तू भी तो कुछ शर्तें मान मेरी

किसी की धड़कन तेज़ करने के लिए प्यार की ज़रुरत नहीं, बस इतना ही कह दो कि भाई तेरा रिजल्ट आ गया है। चेक कर ले!

गलती सुधरने का मौक़ा उसी दिन बंद हो गया था, जिस दिन हाथ में पेंसिल की जगह पेन थमा दिया गया

अब शिकायतेँ तुम से नहीँ खुद से है.माना के सारे झूठ तेरे थे.लेकिन उन पर यकिन तो मेरा था

इंडिया में लड़की गर्लफ्रंड बाद में बनती है...सारे दोस्तों की भाभी पहले बन जाती है.

मेरा होकर भी गैर की जागीर लगता हैं.ये मेरा दिल भी साला मसला ए कश्मीर लगता हैं

"मेरी हर गलती, ये सोच कर माफ़ कर देना दोस्तों.कि तुम भोसडी के कौन से शरीफ़ हो.

लड़कियों को स्कूटी चाहिए , पैदल तो वो दिमाग से भी हैं 

लड़की- मेरी मम्मी को तुम बहुत पसंद आये।लड़का- कुछ भी हो, मैं शादी तुमसे ही करूंगा, आंटी से कहना मुझे भूल जाये

"दुश्मन बनाने के लिए जरुरी नहीं के युद्ध ही लड़ा जाए थोड़े से कामयाब हो जाओ वो खैरात में मिलेंगे

बांग्लादेश इंग्लिश टीम को हराकर गुलामी का बदला लेने के अलावा भारत के साथ क्वार्टर फाइनल खेलकर अपनी आजादी के लिए धन्यवाद भी देगा है भारत को

उम्र भर ग़ालिब यही भूल करता रहा .लडकी पहले ही सेट थी और में RT पे RT करता रहा

अध्यापक - तुम स्कूल क्यों आते हो?संता- विद्या के लिए सर!अध्यापक- फिर तुम कक्षा में सो क्यों रहे हो?संता- आज विद्या नही आयी है इसलिए सर

प्रकाश की गति से रजनीकांत नहीं चलते, बल्कि रजनीकांत की गति से प्रकाश अपनी दूरी तय करता है

स्पाइडर मैन कभी भी भारत नहीं आ सकता, क्यों? क्योंकि रजनीकांत उसे बेगॉन के इस्तेमाल से मार डालेंगे

रजनीकांत जिन दिनों तीसरी कक्षा में पढ़ते थे, उनकी रफ नोट्स वाली कॉपी किसी ने चुरा ली थी. आज उसी कॉपी को हम विकीपीडिया के नाम से जानते हैं

पत्नी- क्यों जी रोज सुबह मेरे चेहरे पे पानी क्यों डालते होपति- क्योंकि तुम्होर पिताजी ने कहा थामेरी बेटी फूल की तरह है इसे मुरझाने मत देना

क़यामत है तेरा यूँ बन सँवर के आना,हमारी छोड़ो, आईने पे क्या गुज़रती होगी.

अब तो अपनी चाहत की,जायदाद हमें बक्श दो, एक अरसा हो गया,मोहब्बत की किश्ते भरते भरते

जब मैँ डूबा तो समुन्र्द को भी हैरत हुई मुझ पर,दोस्तो.कितना तन्हा शख्स हैकिसी को पूकारता भी नही

थोडी मुस्कुराहट ऊधार दे दे मूझे ऐ ज़िन्दगी,कुछ 'अपने' आ रहे हैं मिलने की रस्म निभानी है

वक्त बदल जाता है जिंदगी के साथजिंदगी बदल जाती है वक्त के साथवक्त नहीं बदलता दोस्तों के साथबस दोस्त बदल जाते हैं वक्त के साथ

जिस हॉस्पिटल के हम डॉक्टर हैं,हमारी पत्नी वहा की नर्स हैं क्या अजीब ज़ुल्म सहना पड़ता हैंअपनी ही बीवी को सिस्टर कहना पड़ता ह